किशमिश के फायदे, उपयोग और नुकसान | Benefits of Raisins

किशमिश एक तरह का ड्राई फ्रूट्स है। किशमिश के फायदे (Benefits of Raisins) अनेकों हैं। ड्राई फ्रूट्स को अगर हम अपनी जीवनशैली का हिस्सा बना लें तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिये बहुत लाभदायक होगा। क्योंकि ड्राई फ्रूट्स न्यूट्रिशन से भरपूर होते हैं। इनमें विटामिन, प्रोटीन, फाइबर, मिनिरल्स के गुण पाये जाते हैं,

जो शरीर को भरपूर मात्रा में एनर्जी और पोषक तत्वों पहुंचाते हैं। ड्राई फ्रूट्स का सेवन हम विभिन्न प्रकार से कर सकते हैं। इन्हें रात में भिगो कर अगले दिन सुबह खाली पेट भी खाया जाता है। जो शरीर को बहुत लाभ पहुंचाता है। वहीं इसे भिन्न भिन्न व्यंजनों में डाल कर भी खा सकते हैं।

आज इस आर्टिकल में हम किशमिश के फायदे (Benefits of Raisins) के बारे में जानेंगे। किशमिश खाने से हमारे शरीर में बहुत बदलाव हो सकता है क्योंकि यह कई बिमारियों में फायदेमंद है। साथ ही इस बात पर भी गौर करना जरूरी है,

कि किशमिश के गुण आर्टिकल में शामिल बीमारियों के प्रभाव को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकते हैं। किशमिश को किसी भी तरीके से बीमारी का इलाज न समझा जाए। वहीं, गंभीर स्वास्थ्य स्थिति के दौरान डॉक्टरी इलाज करवाना जरूरी है।

किशमिश क्या है | What are Raisins

किशमिश एक तरह का ड्राई फ्रूट है। इसे अंगूर को सुखाकर बनाया जाता है। इसमें वो सभी गुण पाए जाते हैं जो अंगूर में होते हैं। किशमिश सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। खासतौर पर सर्दियों में इसके सेवन से कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है। किशमिश का उपयोग कई तरह के व्यंजनों में किया जाता है।

इसके कई प्रकार होते हैं, लेकिन फायदे लगभग सभी के एक जैसे होते हैं। इनमें सबसे आसानी से सुनहरे या हल्के पीले किशमिश मिल जाते हैं और इन्ही का उपयोग भी आमतौर पर सबसे ज्यादा किया जाता है। किशमिश को अलग अलग भाषाओं में इन्हे दूसरे नामों से जाना जाता है,

जैसे – हिन्दी में किशमिश (Kishmish), अंग्रेजी में राइसिन (Raisin), तेलुगु में एंडुद्राक्षा (Endudraksha), तमिल में ऊलर धराक्षी (Ular Dhraakshai), मलयालम में उनक्कु मुन्थिरिंगा (Unakku Munthiringa), कन्नड में वोनाद्राकशी (Vonadraakshe), गुजराती में लाल द्राक्ष (Lal Draksh) और मराठी में इसे मनुका (Manuka) के नाम से जाना जाता है।

किशमिश कितने प्रकार की होती है ?

किशमिश तीन प्रकार की होती हैं, जो इस प्रकार है —

1. भूरी किशमिश 

इस किशमिश को बनाने के लिए अंगूरो को तीन सप्ताह तक के लिए सूखाया जाता है। सूखने के बाद इनका रंग हल्का भूरा दिखने लगता है। हालांकि अलग अलग जगहों पर इसे बनाने के तरीके थोड़े अलग हो सकते हैं। इसलिए इसका रंग और आकार अंगूरों पर ही निर्भर करता है।

2. सुल्ताना (गोल्डन किशमिश) 

यह किशमिश सुल्ताना अंगूर को सुखा कर बनाई जाती है, इन अंगूरों रंग हल्का हरा होता है और इनमे बीज भी नहीं होते। इस किशमिश को तैयार करने के लिए पहले अलग तरह के तैलीय पदार्थ में भिगोया जाता है। इसके बाद इसे सुखने के लिए छोड़ दिया जाता है। सुखने के बाद इनका रंग गोल्डन होता है। आमतौर पर यह अन्य किशमिश से छोटे होते हैं और इनका स्वाद भी पूरी तरह मीठा होता है।

3. करंट (काली किशमिश) 

इस प्रकार की किशमिश को जांटे करंट भी कहा जाता है और इन्हें काले अंगूर से बनाया जाता है। इन्हें भी अंगूर को तीन हफ्तों तक सुखाकर बनाया जाता है। इनका स्वाद अक्सर खट्टा-मीठा और आकर छोटा होता है। काले किशमिश के फायदे बहुत अधिक होते हैं।

किशमिश के फायदे – Benefits of Raisins

दोस्तों जैसे की हम सभ जानते हैं कि ड्राई फ्रूट्स में सबसे ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं। चलिए अब हम जानते हैं किशमिश के फायदे। किशमिश के सभी फायदे और नुकसान जानने के लिए हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

1. कैंसर से बचाव में किशमिश के लाभ

कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के बारे में आपने जरूर सुना होगा। यह बीमारी हर साल ना जाने कितने लोगों को मौंत की नींद सुला देती है। भारत में कैंसर का इलाज और दवाईयां दोनो ही बहुत ज्यादा महंगी हैं, जिसका खर्च उठाना हर किसी व्यक्ति के बस में नहीं है।

वहीं इस समस्या से बचे रहने का दूसरा तरीका है। अपनी डाइट में किशमिश को शामिल कर लेना। एक रिसर्च में यह बताया गया है, कि किशमिश के मेथनॉल एक्सट्रैक्ट में एंटी रेडिकल और कैंसर प्रिवेंटिव गुण पाए जाते हैं, जो कोलन कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं।

हालांकि इस पर अभी थोड़ी और रिसर्च की जरूरत है। लेकिन अगर आप यह सोच रहे हैं कि किशमिश कैंसर का इलाज करने में सक्षम है तो आप गलत हैं। इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाना ही सही है। हां, आप रोजाना किशमिश के सेवन से खुद को कैंसर से बचा सकते हैं।

2. ऊर्जा का स्रोत

हमारे रोजाना के सभी तरह के कार्यों के लिए हमारा ऊर्जावान होना बहुत ज्यादा जरूरी है। और किशमिश को कार्बोहाइड्रेट का एक प्राकृतिक स्रोत माना जाता है। यह एक्सरसाइज के दौरान ब्लड ग्लूकोज का स्तर बनाए रख सकती है, जिससे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह अच्छा रह सकता है। एनसीबीआई की रिसर्च में यह बताया गया है कि  ऊर्जा बढ़ाने के लिए किशमिश को डाइट में शामिल किया जा सकता है।

3. मुंह और दाँतों के लिए किशमिश

दांतों की समस्या से निपटने के लिए लोग अक्सर बहुत से उपाय अपनाते हैं। इन उपायों में से एक है किशमिश का सेवन करना। शोधकर्ताओं के अनुसार, किशमिश में फाइटोकेमिकल्स, एंटीऑक्सीडेंट और ऑलीनोलिक एसिड मौजूद होते हैं,

जो उन बैक्टीरिया को पनपने से रोकने में मदद कर सकते हैं, शोधकर्ताओं के अनुसार, किशमिश में फाइटोकेमिकल्स, एंटीऑक्सीडेंट और ऑलीनोलिक एसिड मौजूद होते हैं, जो उन बैक्टीरिया को पनपने से रोकने में मदद कर सकते हैं,

और दांतों में होने वाली कैविटी को रोकने में भी मदद कर सकते हैं। किशमिश तथा अन्य कई ड्राई फ्रूट में ऐसे तत्व होते हैं जो आंखों से लेकर दाँतों और मुंह तक के लिए बेहतरीन होते हैं। इसलिए दांतों की समस्या में डॉक्टर भी किशमिश खाने की सलाह देते हैं।

4. एनीमिया में किशमिश के फायदे

एनीमिया एक ऐसीं गंभीर बीमारी है जिसमें मरीज के शरीर में खून की कमी हो जाती है और खून पर्याप्त मात्रा नहीं बनता है। इसका एक मुख्य कारण आयरन भी है। किशमिश को आयरन का एक समृद्ध स्रोत माना जाता है और इसलिए एनीमिया के लिए आहार में एक नाम किशमिश का भी शामिल है।

100gm किशमिश के अंदर आयरन की (1.88mg) मात्रा होती है जो हमारे शरीर के अंदर लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करती हैं और पूरे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई करती है। एनीमिया में डॉक्टर भी किशमिश खाने की सलाह देते हैं।

5. हृदय के लिए किशमिश के फायदे

आज की दौड़ भाग भरी जीवनशैली में अच्छा खान पान बहुत जरुरी है। खान पान में लापरवाही से हमारे शरीर को कई तरह के नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इसमें हमारा हृदय भी शामिल है। हृदय को स्वस्थ रखने के लिये हम किशमिश का उपयोग कर सकते हैं।

एनसीबीआई (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में यह बताया गया है किशमिश खराब कोलेस्ट्रोल यानी एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड (रक्त में मौजूद एक प्रकार का फैट) को कम कर सकती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल की वजह से होने वाले हृदय रोग के जोखिम से बचा जा सकता है। हालंकि अब तक यह नहीं पता चला कि किसमिस के कौन से गुण हैं जो हृदय को सुरक्षित रखते हैं।

6. वजन नियंत्रण में किशमिश के लाभ

वजन का बढ़ना जितना खतरनाक होता है उतना ही परेशान वजन का कम होना भी होता है। वजन कम करने के लिए या बढ़ाने के लिए लोग कई तरह के उपाय ढूंढते दिखाई देते हैं। जबकि लोग यह नहीं जानते कि वजन नियंत्रण करने में भी सीमित मात्रा में किसमिस खाने के फायदे देखे जा सकते हैं।

दरअसल, एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक शोध में यह पाया गया है किशमिश के अंदर डाइट्री फाइबर और प्रीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, जो पेट में अच्छे और स्वस्थ बैक्टीरिया को बनाता है, जिस से वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलता हैं। 

अगर आप का वजन ज्यादा है तो किशमिश उसे कम करने में मदद करता है और अगर किसी का वजन अगर कम है तो वजन को बढ़ाने में भी मदद करता है। हालांकि वजन बढ़ जाने या कम होने की स्थिति में डॉक्टर की सलाह लेना या एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी है।

7. यौन स्वास्थ्य को बेहतर करे

किशमिश यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद करता है। दरअसल, किशमिश में बोरॉन नाम का एक मिनरल पाया जाता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) द्वारा प्रकाशित एक शोध में पाया गया है,

कि बोरॉन महिलाओं और पुरुषों, दोनों में यौन स्वास्थ से जुड़े हॉर्मोन को बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसकी मदद से यौन स्वास्थ्य को बेहतर करने में सहायता मिल सकती है। जो भी पुरुष या महिला अपने यौन संबंधों में सुधार करना चाहते हैं वह रोजाना किशमिश का सेवन जरूर करें। 

8. संक्रमण से बचाए

संक्रमण से बचने में भी किशमिश के लाभ मिल सकते हैं। इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को कई तरह के संक्रमण से बचाने में मदद कर सकते हैं, जैसे एंटीमाइक्रोबियल और एंटीबैक्टीरियल। इसके अलावा, किशमिश का अर्क ओरल बैक्टीरिया, म्यूटन्स स्ट्रैपटोकोकस (दांत सड़ने का कारण बनने वाला मुख्य बैक्टीरिया) से लड़कर मुंह को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद कर सकता है।

9. बुखार के लिए किशमिश के फायदे

बुखार होना आम बात है लेकिन बुखार होता क्यों है। दरअसल, जब भी शरीर किसी तरह के वायरस से संक्रमित होता है तो शरीर उसे खत्म करने की कोशिश करता है। लेकिन वायरस से न लड़ पाने की वजह से बुखार हो जाता है। ऐसें में किशमिश में के अंदर एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं।

यह गुण बुखार को खत्म करने में कारगर सिद्द होते हैं। हालांकि, बुखार होने पर किसी प्रकार की दवाई लेना या डॉक्टर की सलाह लेना भी आवश्यक है। इसलिए बुखार होने पर केवल किशमिश के सेवन निर्भर ना रहें बल्कि डॉक्टर के पास भी जाएं।

10. एसिडिटी में लाभदायक किशमिश के गुण

एसिडिटी होना एक आम समस्या है, और खतरनाक भी है। इस समस्या के दौरान मरीज के सीने से लेकर पेट तक बहुत ही भयंकर जलन होती है। इससे निजात पाने के लिए किशमिश का सहारा ले सकते हैं। किशमिश को उन खाद्य पदार्थों में शामिल किया जा सकता है, जो एसिडिटी को कम करने में मदद कर सकते हैं। एक शोध के अनुसार, किशमिश में एल्कलाइन गुण होता हैं जो शरीर में एसिड की मात्रा को सामान्य करने में सहायक होता है।

11. हाई ब्लड प्रेशर में किशमिश खाने के फायदे

उच्च रक्तचाप की समस्या से आज बहुत से लोग पीड़ित हैं। इस समस्या की वजह से लोग कई अन्य तरह की बीमारी की चपेट में भी आ जाते हैं। ऐसी कई रिसर्च हो चुकी है जिसमे बताया गया है कि किशमिश हाई ब्लड प्रेशर में लाभदायक होता है। 

आपको बता दे कि हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में केवल एक ही तरह का खनिज काम करता है, और वह है पोटेशियम। पोटेशियम ही हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रख सकता है और किशमिश के अंदर पोटेशियम प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। जो बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है।

12. बालों के लिए किशमिश के फायदे

बालों के झड़ने और समय से पहले सफेद होने का सबसे बड़ा कारण फ्री रेडिकल्स का होता है। इसी के कारण बाल अधिक सफेद होने लगते हैं और बालों की झड़ने की संख्या भी तेजी से बढ़ जाती है। बालों को इन फ्री रेडिकल्स से बचाने में किशमिश के गुण मदद कर सकते हैं।

एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक शोध में पाया गया है, कि किशमिश के अंदर पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण इस समस्या को खत्म करने में सक्षम है। जो फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, यह बिलकुल नहीं कहा जा सकता है,

कि इस समस्या को पूरी तरह खत्म करने के लिए केवल किशमिश का सेवन काफी है। इसलिए अगर आपको बालों से जुड़ी कोई भी समस्या है तो आप डॉक्टर के पास जाएं। और इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

13. त्वचा के लिए  किशमिश के फायदे

किशमिश त्वचा के लिए भी लाभकारी माने जाते है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार अंगूर और अंगूर आधारित उत्पाद में कीमोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो स्किन कैंसर से बचाव में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं इसके अलाव ऐसे कई शोध हो चुके हैं जिनमें किशमिश को स्किन टोनर भी माना गया है। यानी, अगर आप रोजाना किशमिश का सेवन करते हैं तो इससे आपकी स्किन बेहतर हो सकती है।

14. आखो के लिए लाभकारी

आँखों के लिए भी किशमिश खाने के बहुत से फायदे है। यदि आप स्टूडेंट है, या आप किताबे पड़ते हो, तो किशमिश आपको खाने ही चाहिए। क्योंकि किशमिश में पॉलीफेनोलिक फाइटोन्यूट्रिएंट्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ये आँखों की रोशनी को अच्छी स्वस्थ और बरकरार रखने के लिए बहुत जरूरी है।

किशमिश में पाए जाने वाला तत्व  मोतियाबिंद जैसी खतरनाक बीमारी से हमारी आँखों को बचाता है। किशमिश को रोजाना खाने से हमें मोतियाबिंद नहीं होता है, और यदि किसी को मोतियाबिंद हो, तो उसको भी किशमिश को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। उनके लिए किशमिश बहुत ही फायदेमंद होता है।

15. इम्युनिटी बूस्टर 

किशमिश का नियमित सेवन करने से हम अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। किशमिश के अंदर विटामिन C और ऊर्जा की मात्रा अधिक होती है जो हमारे शरीर को अंदरूनी शक्ति प्रदान करते हैं। बाहरी संक्रमण और छोटी-छोटी बीमारियों से बचने के लिए हमारे शरीर की इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होना बहुत जरूरी है। किशमिश के अंदर विटामिन C एक एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह हमारे शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकलता है और हमारी बॉडी को डिटॉक्सिफाई करता है। और हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। 

किशमिश के पौष्टिक तत्व – Raisins Nutritional Value 

पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 ग्राम
पानी15.43 ग्राम
ऊर्जा299 kcal
प्रोटीन3.07 ग्राम
फैट0.46 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट79.18 ग्राम
फाइबर3.7 ग्राम
शुगर59.19 ग्राम
मिनरल
कैल्शियम50 मिलीग्राम
आयरन1.88 मिलीग्राम
मैग्नीशियम32 मिलीग्राम
फास्फोरस101 मिलीग्राम
पोटेशियम749 मिलीग्राम
सोडियम11 मिलीग्राम
जिंक0.22 मिलीग्राम
कॉपर0.318 मिलीग्राम
सिलेनियम0.6 माइक्रोग्राम
विटामिन
विटामिन-सी2.3 मिलीग्राम
थियामिन0.106 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन0.125 मिलीग्राम
नियासिन0.766 मिलीग्राम
विटामिन-बी 60.174 मिलीग्राम
फोलेट5 माइक्रोग्राम
कोलिन11.1 मिलीग्राम
विटामिन-ई0.12 मिलीग्राम
विटामिन-के3.5 मिक्रोग्राम
लिपिड
फैटी एसिड टोटल सैचुरेटेड0.058 ग्राम
फैटी एसिड टोटल मोनोअनसैचुरेटेड0.051 ग्राम
फैटी एसिड टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड0.037 ग्राम

किशमिश के नुकसान –  Side Effects of Raisins

शारीरिक फायदों के साथ-साथ किशमिश खाने के नुकसान भी हैं। इसका अत्यधिक सेवन करने से निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे –

  • शरीर का वजन बढ़ना
  • एलर्जी
  • डायरिया और गैस
  • टाइप-2 डायबिटीज का खतरा

किशमिश के उपयोग – Uses of Raisins

अब तक आपने जाना कि किसमिस खाने के कितने फायदे हैं। जाहिर है आप यह भी जानना चाहेंगे कि आप किस तरह किशमिश को खा सकते हैं। चलिए जानते है-

1. भीगी हुई किशमिश खाने का तरीका

अगर आप किशमिश का सेवन रोजाना करना चाहते हैं तो आप रोज रात को कुछ किशमिश को ले और उन्हे एक पत्थर के बर्तन में पानी के अंदर भीगो कर रख दें। इसके बाद अगले दिन सुबह भीगी हुई किशमिश को पानी से निकाले और उसे खा लें। 

2. व्यंजनों में करें इस्तेमाल

अगर आप भीगी हुई किशमिश नहीं खाना चाहते तो आप किसमिस को कई तरह के व्यंजनों डाल सकते हैं। आप चाहें तो हलवा बनाते समय किसमिस का उपयोग कर सकते हैं, या फिर राइस और सब्जियों में भी किशमिश डाल कर खा सकते हैं। इससे आपको अधिक लाभ भी होगा और व्यंजनों का स्वाद भी बेहतर हो जाएगा।

3. सीधा खाएं किशमिश

अगर आप सीधा किशमिश खाना चाहते हैं तो आप यह भी कर सकते हैं। इसके लिए आप रोजाना कुछ किशमिश ले और उन्हे दूध के साथ खा लें। दूध के साथ इस्तेमाल करते समय चीना का उपयोग ना करें। इससे आपको मिठास भी मिलेगी और चीनी से छुटकारा भी।

4. किस मात्रा में खाएं किशमिश

अगर आप पुरी तरह स्वस्थ्य हैं और किसी तरह की बीमारी की चपेट में नहीं है तो आप रोजाना 50 से 100 ग्राम तक किशमिश खा सकते हैं। लेकिन अगर आप किसी तरह की बीमारी से पीड़ित हैं तो किशमिश की मात्रा के बारे में डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है।

किशमिश को लंबे समय तक सुरक्षित रखने का तरीका

किशमिश को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए उसे एक हवाबंद डिब्बे में फ्रिज में रखा जा सकता है। इस तरह से किशमिश को लगभग एक साल तक सुरक्षित रखा जा सकता है। इसे रखते समय इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि डिब्बे में नमी न हो। नमी रह जाने से किशमिश के सड़ने के आशंका बढ़ जाती है।

FAQ

1. किशमिश का पानी पीने से क्या फायदा होता है?

किशमिश का पानी पीने से रक्त का शुद्धिकरण होता है। स्वस्थ्य हृदय के लिये भी लाभदायक है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है। वजन कम करने में मदद करतै है। 

2. खाली पेट किशमिश खाने के फायदे क्या हैं?

माना जाता है कि खाली पेट किशमिश खाने के फायदे पेट से जुड़ी समस्याओं से आराम दिला सकते हैं, लेकिन इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नही है।

3. क्या किशमिश को भीगो कर खाया जा सकता है?

हां, अगर आप भीगे हुए किशमिश खाना चाहें तो आप खा सकते हैं।

4. क्या सूखी किशमिश खा सकते है?

सूखी किशमिश खाया जा सकता है। लेकिन आप इसे धो कर ही खाये।

5. प्रेगनेंसी में किशमिश कैसे खाएं?

गर्भावस्था में किशमिश का सेवन जरूर करना चाहिए। यह फाइबर का अच्छा स्रोत है और इसमें लैक्सेटिव गुण भी होते हैं। ये दोनों गुण कब्ज से राहत दिलाने में मदद करते हैं। इसके साथ ही किशमिश पाचन तंत्र को बेहतर करने में भी मदद करती है।

6. खाली पेट किशमिश खाने के फायदे क्या हैं?

सुबह खाली पेट भिगोई हुई किशमिश खाने से गैस, पेट से जुड़ी समस्या, शरीर में ताकत आना, दिनभर के  ऊर्जा बानी रहना इन सब में लाभ होता है।

7. किशमिश की तासीर कैसी होती है?

किशमिश की तासीर गर्म होती है।

8. क्या किशमिश के जरिए किसी तरह की बीमारी का इलाज संभव है?

नहीं, किशमिश किसी भी बीमारी के इलाज के लिए नहीं है, बल्कि यह आपको सेहतमंद बनाने के लिए है

9. किशमिश का पानी पीने से क्या फायदा होता है?

किशमिश का पानी पीने से रक्त का शुद्धिकरण होता है। स्वस्थ्य हृदय के लिये भी लाभदायक है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है। वजन कम करने में मदद करतै है। 

10. 1 दिन में कितनी किशमिश खाने चाहिए?

रोजाना 10 से 12 किशमिश खा सकते हैं। अगर किशमिश को भिगोकर खाएंगे तो किशमिश के लाभ और अधिक होंगे।

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