सुबह की धूप के फायदे | सूर्य की ऊर्जा कैसे प्राप्त करें | Benefits of Sunlight in Hindi

Benefits of Sunlight in Hindi – हम सभी को बचपन से बताया और पढ़ाया जाता है कि सूर्य की रोशनी से पौधे उगते हैं, पेड़ बढ़ते हैं। और यह रोशनी पौधों के लिए कितनी जरूरी है। लेकिन हमें यह नहीं बताया जाता है।

कि सूर्य की रोशनी जितनी पेड़ पौधों के लिए जरूरी है उतनी ही हमारे शरीर के लिए भी है सूर्य की रोशनी में जीवन देने वाली शक्ति होती है, सूर्य की एक किरण भी धरती पर पड़ती है, तो वहां के फूल खिलने लगते हैं।

फल उगने लगते हैं और पौधे पेड़ों में बदलने लगते हैं। यदि इस शक्ति को सही समय और सही मात्रा और सही तरीके से लेने लगे। तो वह शक्ति हमारे शरीर में ट्रांसफर होती है।

और हमारे सेल्स का इलाज करने के लिए उपयोग होती है। इस आर्टिकल में हम सूर्य की रोशनी को लेने का तरीका जानेंगे। जिससे बहुत सारी बीमारियां जैसे Cervival, जोड़ों का दर्द, थायराइड, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जड़ से खत्म हो जाती है।

सिर्फ हेल्दी बॉडी ही नहीं सूर्य हमें intelligence भी देते हैं, यदि हम सुरक्षित समय पर सूर्य को देखे तो रोशनी आंखों के द्वारा सीधे हमारे दिमाग तक पहुंचती है। हमारी आंखें हमारे दिमाग (Brain) का ही हिस्सा है।

जब रोशनी दिमाग तक पहुंचती है, तो हमारा फोकस और कंसंट्रेशन बढ़ जाता है। इस प्रोसेस को हम (Sun Gazing) भी कहते हैं। इससे बड़ी बड़ी बीमारियां दूर हो जाती हैं।

और सूर्य की रोशनी हमारे मानसिक सेहत के लिए भी बहुत जरूरी है। सूर्य की रोशनी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए बहुत उपयोगी है। सूर्य की रोशनी हमें खुश रखने में भी मदद करती है।

सूर्य की रोशनी जैसे – जैसे हमारे जीवन से कम होती है, वैसे-वैसे हमारे जीवन में उदासी बढ़ती है। इसका असर बच्चों पर भी बहुत अधिक होता है।

सूर्य से दूर होने के कारण बच्चों की सीखने और याद करने की क्षमता कम हो रही है। और नई नई बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं। सूर्य हमारे शरीर को की बायोलॉजिकल जरूरत है।

इसके न मिलने से हमारे बॉडी पार्ट नॉर्मल तरीके से काम करना बंद कर देते हैं। फिर बहुत सी बीमारियां होती हैं। इसका इलाज बहुत ही आसान है। हमें बंद कमरों से निकलकर से जुड़ना है।

हमें सूर्य की रोशनी को अपने जीवन में वापस लाना है। सूर्य की रोशनी एक ऐसी प्राकृतिक दवा जिसका प्रयोग हम हजारों सालों से करते आ रहे हैं। हमारे पूर्वज सूर्य को देवता मानते थे।

दुनिया भर में सूर्य की रोशनी का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। (Because sunlight is Lifestyle medicine) आप इसके बारे में टीवी अखबारों में न ही सुनते हैं, और न ही पढ़ते हैं।

क्योंकि लाइफ़स्टाइल मेडिसिन (Lifestyle medicine) के विषय में आपको बताने में किसी का फायदा नहीं है। और इसलिए इसे मेडिकल ट्रेनिंग का हिस्सा नहीं बनाया जाता है। लेकिन अगर हम इसे लेना सीख जाएं।

तो यह किसी भी दवाई से ज्यादा असरदार है। तो आइए जाने कि कैसे सूर्य की रोशनी लेनी है इस आर्टिकल में हम दो महत्वपूर्ण तरीके सीखेंगे।

सुबह की धूप के फायदे

1. सूर्य स्नान (Sun bathing)

हर रोज लगभग 30 मिनट अपने पूरे शरीर को सुबह की धूप दिखाना ही सूर्य स्नान कहलाता है। सूर्य स्नान करने के बहुत ही चमत्कारी फायदे है। आज हम उन सभी चमत्कारी फायदों को जानेंगे।

अंदर के शरीर को साफ करता है

रोजाना हम पानी से स्नान करते हैं। वह सिर्फ एक प्रकार का स्नान है। यह सिर्फ आपके बाहरी शरीर को साफ करता है। लेकिन सूर्य की रोशनी आपके अंदर के शरीर को साफ करती है।

जब हमारी रसोई में गेहूं या चावल में कीड़े लग जाते हैं, तो हम गेहूं या चावल को सूर्य की रोशनी में रख देते हैं। अर्थात धूप में रखते हैं,क्योंकि सूर्य की रोशनी में रखने से गेहूं या चावल शुद्ध हो जाते हैं। उसके जो कीड़े होते हैं,

वह नष्ट हो जाते हैं। क्योंकि सूर्य की रोशनी एंटीसेप्टिक ( Antiseptic) है। जब सूर्य की रोशनी हमारे शरीर के अंगों तक पहुंचती है, तो वहां से खराब बैक्टीरिया, वायरस को नष्ट कर देती है। सूर्य स्नान से हमारा अंदर का शरीर साफ होता है।

खून का दौरा बढ़ाता है

सूर्य स्नान से हमारे खून का दौरा ( Blood Circulation) बढ़ता है। जब सूर्य की रोशनी हमारी त्वचा पर पड़ती है, तो हमारी त्वचा थोड़ा गर्म महसूस करती है।

उस समय सूर्य की रोशनी हमारे शरीर के अंदर जाकर हमारे खून तक पहुंचती है। और खून का दौरा बढ़ाती है। जो खून पहले से गंदा और गाढ़ा हो गया था, उसे गति Motion में लाती है। जब खून का दौरा बढ़ता है।

तो अपने आप अंदर जमे टॉक्सिंस या गंदगी का दौरा भी बढ़ जाता है। सूर्य स्नान के बाद अक्सर लोगों का यूरिन पहले से ज्यादा पीला हो जाता है। यह शरीर से ज्यादा गंदगी निकलने की निशानी है। और जो शरीर अंदर से बिल्कुल साफ होगा उसमें कोई बीमारी हो ही नहीं सकती है।

त्वचा साफ होती है

सूर्य स्नान हमारी त्वचा के लिए भी बहुत जरूरी है। सूर्य स्नान से हमारी त्वचा साफ रहती है। सूर्य की किरणे त्वचा के अंदर जाने से खून साफ होता है।

और फंगल डिसॉर्डर, एग्जिमा, एक्ने, सोरायसिस और त्वचा संबंधी कई रोग दूर होते हैं। सूर्य की किरणें खून में मौजूद इम्यून सेल्स को त्वचा की सतह तक ले आती है, जिससे त्वचा को कई तरह के रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है।

सूर्य स्नान कैसे करे ? (How to sun bathing)

सबसे पहले आपको सूर्य के नीचे जाकर लेट जाना है। और सूर्य स्नान ऐसी जगह पर करें, जहां सूर्य की रोशनी आप तक सीधा पहुंचे। जैसे बालकनी में, छत पर, पार्क में, बीच पर या और कहीं भी कर सकते है।

सूर्य स्नान को सुबह या शाम को करना चाहिए। यह बात आप ध्यान रखें, कि हमें सूर्य की रोशनी चाहिए गर्मी नहीं। सुबह या शाम सूर्य स्नान का अच्छा समय है, क्योंकि इस समय सूर्य तेज नहीं होता है।

दोपहर की कड़कती धूप में सूर्य स्नान ना करें। वह फायदे की जगह आपको नुकसान पहुंचाएगा। सिर्फ सुबह या शाम को ही सूर्य स्नान करना चाहिए। सूर्य स्नान लगभग 30 मिनट करना चाहिए।

15 मिनट सामने के पूरे शरीर को रोशनी लगने दे।

और 15 मिनट पीछे के शरीर को रोशनी लगने दे।

जैसे ही पसीना आना शुरू होता है। सूर्य स्नान छोड़ दीजिए और फिर आप वापस आ जाइए।

आपको सूर्य स्नान रोजाना करना चाहिए। यह आपकी लाइफ स्टाइल का एक हिस्सा होना चाहिए। सूर्य स्नान करते समय कम से कम कपड़े पहने। ताकि सूर्य कि रोशनी सीधा आपकी त्वचा को मिल सके।

यदि आपको कपड़े पहनने ही हैं। तो पतले, हल्के और सफेद कपड़े पहने। मोटे या पॉलिस्टेर के कपड़े पहन कर सूर्य स्नान करने का कोई फायदा नहीं है।

और हाँ ! कांच या ग्लास के सामने कमरे में बैठकर भी सूर्य स्नान करने का कोई फायदा नहीं है। हमेशा खुली हवा में बाहर जाकर सूर्य स्नान करना चाहिए। ताकि आपको पूरी रोशनी मिल सके।

अब शायद आप सोचें कि सनलाइट में ट्रेनिंग हो जाएगी। लेकिन चिंता ना करें सुबह और शाम की धूप बहुत ही हल्की होती है, जिसमें इतनी ट्रेनिंग नहीं होती है। यदि आपको फिर भी परेशानी है।

तो आप अपना सिर कपड़े से ढक कर बाकी के शरीर को रोशनी दिखाएं। याद रखें, कि सनस्क्रीन कभी भी इस्तेमाल ना करें। स्क्रीन पर लगाने वाली सबसे जहरीली चीजों में से एक है।

सूर्य की रोशनी हमें कैंसर नहीं देती है, बल्कि सनस्क्रीन में उपस्थित जो केमिकल होते हैं। वह कैंसर देते हैं, क्योंकि त्वचा मे सनस्क्रीन गहराई तक चली जाती है।

जिससे परेशानी होती है। दोपहर की धूप से बचने के लिए टोपी या कपड़ों का इस्तेमाल कीजिए। अपने सिर को कपड़े से ढक ले। अपनी सुरक्षा केमिकल की जगह कपड़ों से कीजिए। आज का समाज धूप से डरने लगा है।

लेकिन यह डर कहां से आया है। कॉस्मेटिक कंपनी है, जो समाज में डर फैला रही हैं, यदि हम सूर्य से डरेंगे नहीं। तो हम उनका प्रोडक्ट कैसे खरीदेंगे। हमारे पूर्वज किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करते थे।

फिर भी वह बहुत स्वस्थ जिंदगी जीते थे। रोज सूर्य स्नान करने के साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा समय बाहर बताइए। एक बंद जिम में दौड़ने की बजाय जहां आपको दूसरों की छोड़ी हवा अंदर लेनी पड़ती है।

आप बाहर खुली हवा में एक्सरसाइज करें, व्यायाम करें, सूर्य नमस्कार करें। ताकि आपको एक साथ दो – दो फायदे मिले। सूर्य की रोशनी और एक्सरसाइज दोनों का फायदा मिले।

1. मन खुश राहत है (Happiness)

सूर्य की रोशनी को अपने घर वापस में आने दे, अपने घरों की खिड़कियों को खोले , पर्दो को खोलें। आपके घर का वातावरण शुद्ध व पॉजिटिव हो जाएगा। Sunlight और Mental Health का बहुत गहरा संबंध है।

रोज सूर्य स्नान करने से आपका मन खुश रहने लगेगा। आपको काम करने की एनर्जी मिलेगी। आप अपने काम या पढ़ाई में ज्यादा अच्छे से ध्यान लगा पाएंगे।

2. हड्डियों को मजबूत बनाता है (Strong Bones)

सूर्य की रोशनी का सबसे ज्यादा फायदा हमारी हड्डियों को होता है जब हमारे शरीर को सूर्य की रोशनी नहीं मिलती है, तो हमारी हड्डियां खोखली हो जाती हैं, जिस कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।

रोज सुबह सूर्य स्नान से हमारी हड्डियां वापस कठोर मतलब मजबूत हो जाती हैं। यदि आपके घुटने में दर्द रहता है, तो शरीर के साथ अपने घुटनों को धूप दिखाएं। और कुछ ही दिनों मैं आपको फर्क महसूस होगा।

यदि आपके शरीर का कोई भी हिस्सा Degenerate हो गया है, तो सूर्य स्नान करने से वह हिस्सा Regenerate हो जाएगा। मतलब उस हिस्से में जान आ जाएगी। यदि आपकी पीठ में दर्द है, तो आप अपनी पीठ को रोज दिखाएं।

कुछ ही महीनों में आपका दर्द चला जाएगा। जो काम महंगे – महंगे टेबलेट नहीं कर पाते है। वह आपकी सूर्य की रोशनी कर देती है। दुनिया में ऐसी कोई भी गोली या टेबलेट नहीं है।

जो आपके शरीर में Vitamin – D की कमी को पूरा कर सके। सूर्य की रोशनी एक ऐसी चीज नहीं है, जो आप एक कैप्सूल में भर कर निकल सके। आपको असली चीज चाहिए। मतलब असली रूप लेनी चाहिए।

आपके शरीर की सारी कमियां सारी Deficiencies दूर हो जाती हैं। सूर्य स्नान करते समय अपने पेट को जरूर धूप दिखाएं, ऐसा करने से आपकी जठर अग्नि मतलब खाना पचाने वाली शक्ति बढ़ जाती है।

आपका खाना जल्दी पचने लगेगा। और रोज सूर्य स्नान करने के साथ-साथ अपना (Diet Plan) डाइट प्लान भी बदलें, तो सारी बीमारियां दूर हो सकती हैं। आइए सूर्य से रोशनी लेने की दूसरी प्रेक्टिस को जानते हैं।

2. सूर्य दर्शन (Sun Gazing)

सूर्य दर्शन एक प्रेक्टिस ऐसी है। जो बहुत पहले से चली आ रही है। Sun Gazing का मतलब है, रोजाना लगभग 15 मिनट हल्के सूरज को देखना। प्रकृति की शरीर को दी गई सबसे महत्वपूर्ण देन हमारा दिमाग (Brain) है।

प्रकृति ने इस दिमाग को जन्म से ही infinite देकर भेजा है। लेकिन हमारा दिमाग सोया रहता है। और हम इसका 2% से 3% ही उपयोग कर पाते हैं। हमारे दिमाग में इतनी शक्ति है। लेकिन इसे सूर्य की रोशनी नहीं मिल पाती है।

वह शक्तियां इस्तेमाल में नहीं आ पाती हैं। सूर्य की रोशनी दिमाग के लिए Electricity, power supply जैसी है। अगर दिमाग को ये Electricity मिल जाए। तो यह चमत्कार कर सकता है।

सूर्य की रोशनी सबसे तेज दिमाग तक आंखो द्वारा पहुंचती है। हमारी आंखें हमारे दिमाग का ही एक हिस्सा है। यदि सूर्य की रोशनी दिमाग तक पहुंच गई, तो आपकी सोई हुई शक्तियां धीरे-धीरे जागृत होना शुरू हो जाएंगी।

सूर्य दर्शन की विधि

आंखों से सूर्य को देखना ही सूर्य दर्शन कहलाता है। जिस प्रकार आप और हम टीवी का दर्शन करते हैं। उसी प्रकार अब आप को सूर्य का दर्शन करना है। आप बीच में पलको को झपका भी सकते हैं।

सूर्य दर्शन के समय चश्मे या कांटेक्ट लेंस नहीं पहनने हैं सूर्य दर्शन केवल सुरक्षित समय पर करें। सुबह सूर्योदय के पहले 1 घंटे के दौरान या सूर्यास्त से पहले 1 घंटे के दौरान। इस समय कोई भी हानिकारक किरणे नहीं आती हैं।

दोपहर में सूर्य दर्शन बिल्कुल ना करें। सूर्य दर्शन लगभग 15 से 20 मिनट करना चाहिए। कुछ समय बाद आप महसूस करेंगे, कि आपके विचार जा रहे हैं। यदि किसी दिन सुबह सूर्यदर्शन छूट जाए।

तो आप शाम को कर सकते हैं। यदि संभव हो तो सूर्य दर्शन करते समय सीधा खड़े रहे बिना चप्पल या जूते पहने। इसे अर्थिंग कहते हैं, बरसों की धूप जमीन में फंसी होती है, जो आपके पैरों के द्वारा आपके पूरे शरीर में ट्रांसफर होती है।

सूर्य दर्शन (Sun Gazing) के फायदे

  • आंखों की दृष्टि बढ़ जाएगी
  • ध्यान लगाने की छमता बढ़ जाएगी
  • तीसरी आंख खुलती है और इनट्यूशन बढ़ जाएगी।
  • हमेशा पॉजिटिव महसूस करेंगे।
  • कोई भी नशा हो छूट जाएगा
  • भूख कम हो जाएगी। और 16 घंटे का उपवास हो जाएगा।

सूर्य की रोशनी लेने से नेगेटिविटी जाने लगती है। आपके मानसिक स्वास्थ्य में बदलाव आने लगता है। सूर्य की रोशनी एनर्जी है, हमारा भोजन है, जब हम खाने के बारे में सोचते हैं।

तो हमारे दिमाग में फल, सब्जी और अनाज ही आते हैं, लेकिन थोड़ी और गहराई में सोचिए, कि हमारे खाने का खाना क्या है ? सूर्य की रोशनी ( Sunlight) है। जो हम आमतौर पर खाना खाते हैं।

वह एनर्जी का Secondary source है। एनर्जी का Original Source तो सूर्य की रोशनी ही है। जब हम कोई भी फल या सब्जी खाते है। सूर्य की रोशनी ही तो है जो फल या सब्जी के द्वारा हमारे शरीर के अंदर जाती है।

और हमें जीवन देती है। तो सूर्य दर्शन करने से आपको एनर्जी का सबसे original form (primary source of energy) मिलता है। सूर्य की रोशनी भोजन का सबसे Direct form है।

जब आप रोजाना तीन महीनों तक Sun Gazing करते रहेंगे। और जैसे आप सूर्य से अधिक एनर्जी लेते रहेंगे, वैसे वैसे आपके शरीर में बदलाव नजर आएंगे। जैसे ही आप सूर्य से रिश्ता जोड़ेंगे। आपकी जिंदगी ही बदल जाएगी।

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