मुलेठी के फायदे और नुकसान | Licorices Benefits in Hindi

Licorices Benefits – हमारे भारत देश में कई ऐसे पेड़ – पौधे पाए जाते है, जो कि औषधि गुणों से भरपूर होते है। भारत में मुलेठी को लिकोरिस के नाम से भी जाना जाता है। औषधि गुणों वाले पेड़-पौधे हमारे अक्सर आसपास या दूर पहाड़ी इलाकों में पाए जाते हैं। इन पौधों का उपयोग स्वास्थ्य के लिए घरेलू उपचार के रूप में किया जाता है।

मुलेठी एक झाड़ी जैसा दिखने वाला पेड़ होता है। मुलेठी सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली जड़ी-बूटियों में से एक है। मुलेठी चीनी की तरह मीठी होती है। मुलेठी बाजार में आसानी से उबलब्ध होती है। इस आर्टिकल में मुलेठी के फ़ायदों के बारे में बताया गया है।

मुलेठी के कई फायदे है। मुलेठी को सूखी जड़, पाउडर या कैप्सूल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। चलिए जानते है, मुलेठी क्या है, मुलेठी के फायदे (Licorices Benefits in Hindi) और मुलेठी का उपयोग को विस्तार से जानते है।

मुलेठी क्‍या है | What is Licorices in Hindi

मुलेठी झाड़ी की तरह दिखने वाला एक औषधि पौधा होता है। जो कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। मुलेठी को काटने के बाद सुखाया जाता है। उसके बाद इसे छोटे – छोटे टुकड़ों या पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। मुलेठी विटामिन ई और बी से भरपूर होता है।

इसके अलावा इमसें कई फाइटोन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं। औषधि गुण वाले इस पौधे को कई नामों से जाना जाता है, जैसे – अंग्रेजी में लीकोरिस (Licorice) कहा जाता है। और मुलेठी का वैज्ञानिक नाम(Scientific Names) ग्लाइसीराइजा ग्लबरा (Glycyrrhiza glabra) है। मुलेठी को चबाने पर इसका स्वाद मीठा लगता है।

मुलेठी के फायदे | Licorices Benefits in Hindi

औषधि पौधे मुलेठी से होने वाले फायदे इस प्रकार है।

1. पाचन क्रिया में फायदेमंद

मुलेठी पेट से जुड़ी समस्याओं को काम करने में मदद करती है। मुलेठी पाचन क्रिया को सही करके कब्ज को जड़ से मिटती है। और साथ ही, सीने में होने वाली जलन, पेट के अल्सर और सूजन को भी ठीक करने में मदद करती है। मुलेठी का इस्तेमाल करने से पेट की सभी समस्याओं को कम किया जा सकता हैं। ध्यान दें, पेट में गंभीर समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

2. मस्तिष्क के लिए फायदेमंद

मुलेठी को मस्तिष्क के लिए फायदेमंद बताया गया है। इसमें ग्लाइसीराइजिक एसिड (Glycyrrhizic acid) नाम का एक कार्बनिक यौगिक पाया जाता है, जिसमें न्यूरोप्रोटेक्टिव (neuroprotective) गुण होता है। न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण मस्तिष्क के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। यह ऑक्सीडेटिव और सूजन के कारण मस्तिष्क होने वाली क्षति से बचाने में मदद कर सकता है।

3. घाव को ठीक करने में फायदेमंद

मुलेठी एक ऐसा औषधीय पौधा है, जो आपके शरीर में होने वाले हर तरह के घाव को ठीक करने में मदद कर सकता है, खासतौर से पेट की समस्याओं से होने वाले मुंह के छालों के लिए मुलेठी फायदेमंद है। मुलेठी को शहद के साथ अपने छालों पर लगा दें। ऐसा करने से आपको मदद मिलती है। मुलेठी पेट को भी साफ रखने में मदद करता है।

4. इम्युनिटी बढ़ाने में फायदेमंद

इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होने से किसी भी तरह की बीमारी आसपास भी नहीं आती है। मुलेठी इम्युनिटी बढ़ाने में बहुत फायदेमंद होती है। मुलेठी में एंटी डायबिटिक, एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल, एंटी एलर्जिक गुण होने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को सुधारने (Immune-stimulant) के गुण भी मौजूद होते हैं। जो प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करते है।

5. नींद में सुधार के लिए फायदेमंद

अच्छी नींद के लिए मुलेठी का सेवन बहुत लाभकारी होता है। एनसीबीआई की वेबसाईट पर पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार, मुलेठी में ग्लाइसीर्रिजिन (Glycyrrhizin) नाम का यौगिक पाया जाता है। मुलेठी का सेवन अनिद्रा जैसी समस्या को दूर करने में मदद करता है। इसके लिए आप मुलेठी पाउडर को शहद के साथ खा सकते हैं। लेकिन इस संबंध में अभी और रिसर्च की जरूरत है। वहीं, अगर किसी अन्य कारण से नींद ठीक से पूरी नहीं हो पा रही है, तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

6. बालों के लिए फायदेमंद – Licorices Benefits for hair in Hindi

मुलेठी आपके बालों को खूबसूरत बनाता है। मुलेठी पाउडर का पेस्ट बनाकर बालों में लगाने से बालों का झड़ना बंद हो जाता है। मुलेठी के इस्तेमाल से बालों की जड़ों को भी पोषण मिलता है। ऐसा माना जाता है कि यदि इसका नियमित इस्तेमाल किया जाए तो गंजेपन की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। मुलेठी पाउडर को रात में भीगो कर सुबह लगाने और उसके बाद हल्के गर्म पानी से बालों को धोने से बाल चमकदार और घने हो जाएंगे। मुलेठी बालों को बढ़ाने में भी सहायक होती है।

7. कैंसर में फायदेमंद

मुलेठी के गुण कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। मुलेठी में एंटी कार्सिनोजेन गुण होता है। जो कैंसर को पनपने व कैंसर की वजह से डीएनए को होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, इसका सेवन प्रोस्टेट कैंसर से भी बचाए रखने में मदद कर सकता है। ऐसे में मुलेठी का सेवन पानी के साथ चबाकर भी खाया किया जा सकता हैं। ध्यान दें कि यदि किसी को कैंसर है, तो उसे सिर्फ घरेलू उपचारों पर निर्भर न होकर डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

8. सूजन में फायदेमंद

मुलेठी के गुण शरीर में किसी प्रकार की सूजन को ठीक करने मदद कर सकते हैं। नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट की एक वैज्ञानिक रिपोर्ट के अनुसार, एंटी-इंफ्लेमेटरी नाम गुण मुलेठी में पाया जाता है। जो सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। सूजन की समस्या को करने के लिए मुलेठी पाउडर का इस्तेमाल पानी के साथ किया जा सकता है। यदि सूजन ज्यादा हो, तो डॉक्टर को अवश्य दिखाएं।

 9. वजन घटाने में फायदेमं

वजन घटाने में भी मुलेठी के फायदे देखे जा सकते है। एनसीबीआई(ncbi) की वेबसाइट पर दो रिसर्च को जारी किया गया है। इन रिसर्च के अनुसार, मुलेठी का इस्तेमाल करके वजन को काफी हद तक कम किया जा सकता है। वजन कम करने के लिए मुलेठी पाउडर का सेवन पानी के साथ किया जा सकता है। हालांकि,इस संबंध में और रिसर्च की आवश्यकता है। वजन कम करने के लिए मुलेठी का इस्तेमाल करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

10. डायबिटीज में फायदेमंद

डायबिटीज में भी मुलेठी के फायदे देखे जा सकते हैं। एनसीबीआई (ncbi) की वेबसाइट पर जारी किए गए एक एनिमल स्टडी के अनुसार, मुलेठी डायबिटीज से बचाने में मदद कर सकती हैं। एंटी-ऑक्सीडेंट और हाइपरग्लाइसेमिक जैसे गुण मुलेठी में पाए जाते हैं। मुलेठी इन गुणों के कारण डायबिटीज से बचाने में मदद कर सकती है। यदि किसी को डायबिटीज है, तो मुलेठी उसके लक्षणों को कम कर सकती है।

11. त्वचा के लिए फायदेमंद – Licorices Benefits for skin in Hindi

मुलेठी त्वचा को खूबसूरत बनाने में भी मदद करता हैं। लिक्विरेटिन (Liquiritin) नाम का कार्बनिक यौगिक मुलेठी में होता है। इसके इस्तेमाल से त्वचा पर मौजूद भूरे रंग के पिगमेंट को फैलाकर, त्वचा को चमकदार बनाने में मदद कर सकता है।

साथ ही, मुलेठी में ग्लैब्रेन (Glabrene), आइसोलिकिरिटजेनिन (Isoliquiritigenin), लाइसुरसाइड (licuraside), आइसोलिकिरिटिन (Isoliquiritin) और लाइसोक्लेकोन ए (Licochalcone A) जैसे बायोएक्टिव कार्बनिक यौगिक पाए जाते हैं।

एक वैज्ञानिक शोध में ऐसा कहा गया है कि मुलेठी एंटी-एजिंग क्रीम के रूप में भी काम कर सकती है। इसके लिए मुलेठी का पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगा सकते हैं। यदि त्वचा संबंधी कोई भी समस्या हो तो डॉक्टर के अवश्य जाएं।

12. मेनोपॉज के दौरान फायदेमंद

45 से 55 वर्ष की उम्र वाली महिलाओं को यह समस्या हो सकती है। मुलेठी मेनोपॉज, यानी रजोनिवृत्ति के दौरान भी बहुत मदद करती है। मुलेठी एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जो शरीर में हार्मोनल असंतुलन को ठीक करती है, ताकि रात को पसीना, अनिद्रा जैसी परेशानियां न हो। मुलेठी में फाइटोएस्ट्रोजन नाम का योगिक पाया जाता हैं। इसके अलावा, मुलेठी में विटामिन बी होता है, जो मेनोपॉज के दौरान काफी मदद करते हैं।

मुलेठी का उपयोग | Uses of Licorice in Hindi

मुलेठी का उपयोग बहुत तरह से किया जा सकता है। कुछ तरीके इस प्रकार है।

  • मुलेठी पाउडर का सेवन पानी के साथ घोलकर किया जा सकता है।
  • मुलेठी पाउडर को दूध में घोलकर पी सकते हैं।
  • मुलेठी पाउडर इस्तेमाल नींबू रस के साथ पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाकर किया जा सकता है।
  • मुलेठी के टुकड़ों को रातभर पानी में भिगोकर रखें और सुबह इसे ओखली में कूटकर इसका रस निकालकर सेवन करें।
  • खाने के बाद मुलेठी पाउडर और सौंफ के पाउडर को पानी में घोलकर पीने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन, ध्यान रहे मुलेठी पाउडर और सौंफ के पाउडर के सेवन की मात्रा के बारे में एक बार डॉक्टर की सलाह अवश्य लें, क्योंकि उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार इनके सेवन की मात्रा अलग-अलग हो सकती है।
मुलेठी कब इस्तेमाल करें?

मुलेठी को खाने का कोई निश्चित समय नहीं है। मुलेठी को किसी भी समय खाया जा सकता है। बात करे, त्वचा पर लगाने की। तो इस संबंध में विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है।

मुलेठी कितना इस्तेमाल करें ?

मुलेठी के छोटे से टुकड़े को ही खाने के लिए इस्तेमाल करें। लेकिन एक आहार विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। क्योंकि वही मुलेठी खाने की सही मात्रा की जानकारी दे सकता है।

मुलेठी के नुकसान | Side Effects of Licorice in Hindi

मुलेठी के कुछ नुकसान भी है जो इस प्रकार है।

  • मुलेठी का अधिक मात्रा में सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा हो सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को मुलेठी का सेवन करने से बचना चाहिए लेकिन यदि किसी महिला को इसका सेवन करना भी है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  • मुलेठी के सेवन के दौरान कोई भी विपरीत लक्षण दिखने या महसूस होने पर इसका सेवन न करें और डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन शुरू करें।
  • यदि आप मधुमेह, गुर्दे की बीमारी या कम पोटेशियम के स्तर से परेशान हैं, तो इस जड़ी बूटी के सेवन से बचें।

यदि आप मुलेठी खरीदने जा रहे तो एक बात जरूर ध्यान रखे कि मुलेठी के पाउडर की जगह मुलेठी की टहनियों को खरीदे और अपने घर पर इसका पाउडर बना लें। क्योंकि जो मुलेठी पाउडर बाजार में बिक रहा है। वो पाउडर मिलावटी हो सकता है। इसलिए, मुलेठी की टहनियों को खरीदने की कोशिश करें।

हम उम्मीद करते है, कि यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। और आपको मुलेठी के फायदे, नुकसान और उपयोग करने का तरीका अच्छे से समझ में आया होगा। ऐसे ही आर्टिकल पढ़ने के लिए हिन्दीहेल्थगाइड से जुड़े रहे।

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